सूरज कुमार
पत्रकारों की सुरक्षा पर सरकार का फोकस: जल्द बनेगा नया कानून सीएम साय का जवाब
छत्तीसगढ़। छत्तीसगढ़ में पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर बहस एक नए मोड़ पर पहुंच गई है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय (CM Vishnu Deo Sai) ने गरियाबंद दौरे के दौरान यह स्पष्ट किया कि उनकी सरकार पत्रकारों के साथ मजबूती से खड़ी है और जल्द ही पत्रकार सुरक्षा कानून लाने की दिशा में ठोस कदम उठाएगी।
मुकेश चंद्राकर हत्याकांड पर सीएम साय का जवाब
गरियाबंद दौरे के दौरान पत्रकार मुकेश चंद्राकर हत्याकांड (Mukesh Chandrakar Murder Case) पर बोलते हुए सीएम साय ने कहा, “हमारी सरकार ने त्वरित कार्रवाई करते हुए SIT का गठन किया है, ताकि निष्पक्ष जांच सुनिश्चित हो सके। इस मामले की गूंज पूरे देश में हुई, और हमारी तत्परता को सभी ने सराहा।”
क्या होगा पत्रकार सुरक्षा कानून?
लंबे समय से छत्तीसगढ़ में पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग उठती रही है, लेकिन अब तक इसे धरातल पर लाने में असफलता हाथ लगी है। मुख्यमंत्री ने अपने बयान में कहा, “हमारी मंशा और प्रयास साफ हैं। आप हमारे कार्यों का विश्लेषण करें। इस बार हम कानून को जल्द लागू करने की दिशा में कार्य कर रहे हैं।”
संदेह और सवाल जारी
हालांकि, मुख्यमंत्री के बयान के बाद भी पत्रकारों के बीच यह सवाल बरकरार है कि क्या यह कानून सिर्फ एक और चुनावी वादा साबित होगा या वास्तव में लागू किया जाएगा।
जनता और पत्रकारों की निगाहें सरकार पर
मुख्यमंत्री साय के बयान ने पत्रकार सुरक्षा को लेकर नई बहस छेड़ दी है। अब सभी की नजर इस पर है कि यह वादा कब हकीकत में बदलेगा और पत्रकारों को सुरक्षा का भरोसा कब मिलेगा।