बिलासपुर. जरहाभाठा, बिलासपुर में पद्मावती खरे नामक महिला का घर तोड़े जाने की घटना ने स्थानीय लोगों में रोष पैदा कर दिया है। पद्मावती खरे का आरोप है कि कमल गुप्ता और डॉक्टर रायजादा ने अपने गुंडों के साथ मिलकर उनके घर पर जबरन बुलडोजर चलवाया।
घटना का विवरण:
पद्मावती खरे ने बताया कि 18 जनवरी 2025 की सुबह जब वह अपने दो बच्चों के साथ घर से बाहर जा रही थीं, तभी आरोपियों ने इस मौके का फायदा उठाकर उनके घर को तोड़ दिया। उनका दावा है कि इस कार्रवाई से पहले न तो कोई नोटिस दिया गया और न ही कोई पूर्व सूचना।
महिला का बयान:
पद्मावती का कहना है कि:
- उनके पास घर के वैध दस्तावेज मौजूद हैं।
- बिना किसी चेतावनी के उनकी संपत्ति को नष्ट कर दिया गया।
- जब उन्होंने विरोध किया, तो उन्हें गाली-गलौज और जातिगत अपमान का सामना करना पड़ा।
स्थानीय निवासियों का आरोप:
- यह कार्रवाई पूरी तरह से अवैध है।
- डॉक्टर रायजादा के आदेश पर बिना किसी प्रक्रिया का पालन किए आशियाने को उजाड़ा गया।
पुलिस और प्रशासन की निष्क्रियता:
पद्मावती ने आरोप लगाया कि जब वह इस घटना की शिकायत दर्ज कराने पुलिस के पास गईं, तो उनकी शिकायत पर कोई सुनवाई नहीं हुई।
पद्मावती की अपील:
अपने घर के नुकसान और बच्चों के साथ बेघर होने की स्थिति में पद्मावती ने शासन और प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई है। उन्होंने रहने की वैकल्पिक व्यवस्था या संपत्ति का उचित मुआवजा देने की मांग की है।
प्रभावित महिला की स्थिति:
- पद्मावती का कहना है कि उनके पास कोई सहारा नहीं है।
- वह अकेली महिला हैं और अपने दोनों बच्चों के साथ जीवन यापन कर रही हैं।
स्थानीय लोगों की प्रतिक्रिया:
घटना के बाद स्थानीय लोग नाराज हैं और उन्होंने इस कार्रवाई को अन्यायपूर्ण और अमानवीय बताया है।
शासन से अपील:
पद्मावती खरे और स्थानीय निवासियों ने छत्तीसगढ़ शासन और प्रशासन से इस मामले पर त्वरित संज्ञान लेने की मांग की है। अब देखना यह है कि शासन कब तक कार्रवाई करता है।